मै 80 वर्ष का हूँ
अनेक अवसर पर
हमे ब्वस्था से
लणना पणा हमे
लगा कि हमभले
ही जीत गये है
लेकिन सच मेँ
हम हारे थे।न्या
य कब कैसे हारा
यही यहाँ विवेच
ना का विषय है।
भ्रष्टाचार किस
तरह न्याय मेँ
बाधा है?
बुधवार, 7 सितंबर 2011
PARMESHWAR PANDEY BHARWA MASKANWA GONDA
मैने समय समय पर रिश्वतखोरी
व सोर्श के आधार पर अधिकारी को
अपने पक्ष में
करके विरोधियो
के जुल्म का शिकार बनता रहाहूँ। हमने
यह विश्वाश किया कि अंत मे
न्याय की जीत
होती ही है!लेकि
न यह मेरी भूल
?
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